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काल भैरव के इस रूप की पूजा करने से बदल जायेगा भाग्य, भगवान शिव के ही अंश...

Jun 21 2019

Posted By:  AMIT

काल भैरव की पूजा-अर्चना की पावन तिथि है कालाष्टमी | और इस माह यह पावन तिथि 25 जून को पड़ रही है, यदि आप भी जीवन में किसी बड़ी मुश्किल में हों या फिर आपको भी शत्रुओं का भय सता रहा हो तो आपके लिए भगवान काल भैरव की पूजा एक वरदान साबित हो सकती हैं |


शास्त्रों में बताया गया है कि काल भैरव के नाम उच्चारण, मंत्र जाप, स्तोत्र, आरती इत्यादि करने से मनुष्य को तत्काल प्रभाव देखने को मिलता है और मनुष्य की दैहिक, दैविक, भौतिक एवं आर्थिक समस्याएं समाप्त हो जाती हैं | इसलिए कलयुग में हनुमान जी के अलावा केवल काल भैरव जी की पूजा एवं उपासना का ही तत्काल प्रभाव बताया गया है, इसलिए हमें इनकी उपासना-आराधना करके इन्हे प्रसन्न रखना चाहिए |

भैरव को प्रसन्न करने के अचूक उपाय 
- हमारे जीवन में शत्रु या कार्य में आ रही किसी बाधा को दूर करने के लिए कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव को सवा सौ ग्राम काला तिल, सवा सौ ग्राम काली उड़द और सवा ग्यारह रुपये एक काले कपड़े में बांधकर भगवान भैरव को चढ़ाए | इस उपाय को करने से शत्रुओं पर विजय और जीवन में छाया काला अंधकार और परेशानियां दूर हो जाती हैं | 



- यदि आप भी सुखी जीवन में बाबा काल भैरव की कृपा चाहते है तो कालाष्टमी के दिन बाबा काल भैरव के मंदिर में जाकर उनकी विराजमान प्रतिमा पर सिंदूर और तेल चढ़ाए और मूर्ति के सामने बैठकर काल भैरव मंत्र का जप करें |

- तंत्र विधा के अनुसार कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव को नींबू की माला या सिर्फ 5 नींबू चढ़ाने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती हैं | कालाष्टमी पर किए गए इस उपाय से भगवान भैरव अपने भक्तों को जीवन में अपार धन, यश और सफलता प्राप्ति का आशीर्वाद देते हैं |

- वहीं शास्त्रों में कुत्ते को भगवान काल भैरव का वाहन बताया गया है, भगवान भैरव को प्रसन्न करने के लिए कालाष्टमी के दिन काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं | यदि उस वक्त काला कुत्ता उपलब्ध न हो तो किसी भी कुत्ते को खिलाकर यह उपाय सम्पूर्ण कर सकते हैं | इस उपाय को करने से न सिर्फ भगवान भैरव बल्कि शनिदेव की भी कृपा आप पर बनेगी |
 

- बताया जाता है कि काल भैरव शिव के अंश का ही एक तामसी रूप है इसलिए इन्हें प्रसाद स्वरूप मदिरा चढ़ाया जाता हैं | कहीं-कहीं कालभैरव को दूध चढ़ाने का भी विधान है, लेकिन जो लोग मदिरा का सेवन नहीं करते है उन्हें दूध से ही कालभैरव की पूजा करनी चाहिए | कालष्टमी की पूजा-व्रत करने वाले भक्तों को अच्छे फल की प्राप्ति होती हैं |
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