Category Archives:  Spiritual

हनुमान जी के पदचिन्ह आज भी मौजूद है इस मंदिर में, रामायण काल से है संबंध | जानिए..

Dec 22 2018

Posted By:  Sandeep

रामायण में भगवान श्री राम ने स्वयं कहा था की यदि बजरंगबली नहीं होते तो हम लंका पर विजय प्राप्त नहीं कर सकते है | क्योंकि, हमें तो यह पता ही नहीं था की लंका धरती के किस कोने में है | हनुमान जी ने भगवान राम और सीता के लिए अपना सारा जीवन दाव पर लगा दिया | इसलिए भारत के हर कोने में संकट मोचन हनुमान की पूजा की जाती है | आज हम आपको भारत का वह मंदिर बताएँगे की जिसमे आज भी बजरंगबली के पदचिन्ह है |


यह मंदिर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित है | शिमला में एक पहाड़ी है, जिसे जाखू की पहाड़ी कहा जाता है | इस पहाड़ी का सीधा संबंध रामभक्त हनुमान से है | ऐसा कहा जाता है की रामायण के घोर युद्ध में रावण पुत्र इंद्रजीत ने लक्ष्मण पर शक्ति बाण का प्रहार किया था | जिससे लक्ष्मण जी मूर्छित हो गए थे |  

जब संजीविनी बूटी लाने के लिए हनुमान जी हिमालय पर्वत की ओर जा रहे थे तो बीच इस पहाड़ी पर एक यक्ष ऋषि तपस्या कर रहे थे | हनुमान जी संजीविनी बूटी की पहचान करने और विश्राम करने के लिए यक्ष ऋषि के पास उतरे | ऐसा कहा जाता है की उनका वेग इतना अधिक था की उनके कदम धरती पर पड़ते ही पर्वत पर उनके पदचिन्ह बन गये | जो आज भी वहां मौजूद है | यहाँ बाद में बजरंगबली की 108 फिट की प्रतिमा भी बनाई गयी थी | 



विश्राम करने के बाद हनुमान जी सीधे हिमालय पर्वत की ओर चल दिये | लेकिन बीच में कालनेमि नाम के राक्षस ने उनका समय व्यतीत कर दिया | इस कारण हनुमान जी पुनः उनसे नहीं मिल सके | इसलिए यक्ष ऋषि ने वहां हनुमान जी का एक मंदिर बनवा दिया | कुछ दन्त कथाये ये भी कहती है की यहाँ बजरंगी की मूर्ति प्रकट हुई थी | 


इस मंदिर को देखने के लिए देश-विदेश से काफी संख्या में पर्यटक आते है | यह बजरंगबली के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है | समय के साथ यक्ष ऋषि के नाम से इस पहाड़ी के नाम याकू पड़ा | लेकिन बाद में जाखू कहकर लोग इसे पुकारने लगे | ऐसा कहा जाता है की शिमला में काफी दूर से इसे देखा जा सकता है | इस स्थल पर काफी बन्दर है | जिनके बारे में कहा जाता है की यह हनुमान जी के आने की प्रतीक्षा कर रहे है | 
  सरकारी/गैरसरकारी नौकरीयो की ताजा अपडेट पाए अब अपने मोबाइल पर साथ ही रोजाना करंट अफेयर