करवा चौथ का व्रत महिलाये अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखती है | हाल ही में देश भर में धूम धाम से करवाचौथ का त्यौहार मनाया गया था | हिन्दू धर्म से जुडी सभी महिलाये अपने पति की लम्बी उम्र की कामना के लिए व्रत अवश्य रखती है, लेकिन हमारे देश में एक ऐसा गाँव भी है, जहां मौजूद एक भी महिला करवाचौथ का व्रत नहीं रखती है, जबकि ये सभी महिलाये हिन्दू धर्म से संबंध रखती है |
इस गांव में महिलाओं द्वारा करवाचौथ का व्रत ना रखने के पीछे की वजह एक श्राप है | यह मामला मथुरा के विजौ गाँव का है, यहाँ के लोगो का मानना है कि यदि किसी भी सुहागन ने अपने पति के लिए करवाचौथ का व्रत रखा तो उसका पति शीघ्र ही मृत्यु को प्राप्त हो जायेगा |
इसी गाँव के एक निवासी से मिली जानकारी के अनुसार पूरा गाँव पिछले 200 सालो से एक श्राप से ग्रसित है, जिसके अनुसार करवाचौथ का व्रत करने वाली महिला का पति शीघ्र ही मर जाता है | यह श्राप एक ब्राह्मण महिला का है, जिसके पति को गांववालों ने मार डाला था |
यहाँ फैली कहानियों में बताया जाता है कि करवाचौथ के दिन एक ब्राह्मण और उसकी पत्नी इस गाँव से गुजर रहे थे तभी कुछ स्थानीय लोगो ने आकर उनपर बैलो की चोरी का आरोप लगा दिया और उस ब्राह्मण को पीट पीटकर मार डाला |
तभी उस ब्राह्मण की पत्नी ने पुरे गाँव की औरतों को श्राप दे दिया कि आज से करवाचौथ इस गाँव में उनके पतियों की मौत का कारण बनेगा | इसके बाद उस महिला ने भी अपने पति कि चिता में कूदकर जान दे दी |
गाँव के निवासियों से मिली जानकारी के अनुसार करवाचौथ के दिन यहाँ की महिलाये व्रत नहीं करती है लेकिन यहां मौजूद एक सती मंदिर में पूजा करती है | श्राप का डर इतना है कि पुरुष भी शादी से पहले इस मंदिर में पूजा करने आते है |
इस गाँव की महिलाये गाँव में सिंदूर भी नहीं खरीदती है, वे केवल अपने मायके से लाये सिंदूर का ही इस्तेमाल करती है | बताया जाता है कि एक बार कुछ औरतो ने इस परम्परा को तोड़ते हुए करवाचौथ का व्रत रख लिया था और इस दौरान उनके पतियों की रहस्मय तरीके से मौत हो गयी थी |