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साढ़ेसाती के दौरान इन अंगो को प्रभावित करता है शनि, इस अंग पर पड़ता है सबसे बुरा...

Dec 17 2019

Posted By:  Sunny

जब भी कुंडली में शनि या शनि की साढ़ेसाती की बात आती है तो, लोग भयभीत हो जाते है, क्योंकि कुंडली में शनि ग्रह का प्रभाव बहुत अशुभ माना जाता है | इसके अलावा शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव तो और भी अशुभ होता है क्योंकि इस दौरान जातक पर कोई ना कोई मुसीबत आती रहती है, साढ़ेसाती का प्रभाव व्यक्ति पर साढ़े सात साल तक रहता है और इस दौरान इसका प्रभाव जातक के कई अंगो पर पड़ता है | हालाँकि ऐसा नहीं है की साढ़ेसाती का दुष्प्रभाव ही पड़ता है, कई बार साढ़ेसाती का किसी जातक के जीवन में शुभ प्रभाव भी पड़ता है | साढ़ेसाती के दौरान शनि ग्रह जातक के किन अंगो को कितनी अवधि तक प्रभावित करता है, आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे है |

मस्तिष्क


कुंडली में साढ़ेसाती आरम्भ होने पर सबसे पहले जातक का मस्तिष्क प्रभावित होता है, ज्योतिष के अनुसार यह अवधि प्रारम्भ के 10 माह तक रहती है | इस अवधि को अधिक खतरनाक नहीं बताया गया है |



मुख


साढ़ेसाती के 10 महीने बाद जातक का मुख प्रभावित होता है | यह अवधि 3 माह 10 दिन तक रहती है | इस दौरान जातक को मुख संबंधी कोई समस्या होती है, इसका बहुत बुरा प्रभाव बताया गया है | इस अवधि में जातक को बड़ी हानि भी होती है |

नेत्र


मुख को प्रभावित करने के पश्चात साढ़ेसाती के दौरान जातक का दाहिना नेत्र प्रभावित होता है | हालाँकि इसे शुभ माना गया है | ये अवधि 3 माह 10 दिन तक रहती है | दाहिने नेत्र के बाद बांया नेत्र भी इससे प्रभावित होता है, ये अवधि भी 3 माह 10 दिन तक रहती है |

भुजा


इसके बाद शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव दाहिनी भुजा पर पड़ता है | इस दौरान भुजा से जुडी दिक्क्त का सामना करना पड़ता है | दाहिनी भुजा के बाद बाए भुजा पर इसका प्रभाव पड़ता है | इन दोनो की अवधि मिलकर 2 साल 2 माह और 20 दिन होती है |



हृदय


भुजा को प्रभावित करने के बाद इसका प्रभाव हृदय पर पड़ता है | हृदय पर इसका प्रभाव शुभ बताया जाता है | यह अवधि 1 वर्ष 4 माह और 20 दिनों तक रहती है | इस दौरान कोई बड़ा लाभ भी होता है |

पैर


हृदय के बाद साढ़ेसाती से दाहिना पैर प्रभावित होता है, जिस वजह से जातक को खूब यात्रा करनी पड़ती है, ये अवधि 10 माह तक होती है | इसके बाद ये बांये पैर को प्रभावित करती है | इस दौरान जातको को संघर्ष करना पड़ता है | इसकी अवधि भी 10 माह होती है |

गुदा


इसके बाद शनि गुदा को 6 माह 20 दिनों तक प्रभावित करता है | इस दौरान जातक को मानसिक चिंताओं से भी गुजरना पड़ता है |
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